Modi, Vikas. (2009). राजस्थान के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों के मूल्यों के विकास में परिवार व् छात्रावास की भूमिका का तुलनात्मक अध्ययन . Unpublished. ERIC, Education
माध्यमिक स्तर के छात्रावास में रहने वाले छात्रों के मूल्यों का अध्ययन करना |
माध्यमिक स्तर के परिवार में रहने वाले छात्रों के मूल्यों का अध्ययन करना |
माध्यमिक स्तर के छात्रावास व परिवार में रहने वाले छात्रों के मूल्यों का तुलनात्मक अध्ययन करना |
माध्यमिक स्तर के छात्रावास में रहने वाली छात्राओं के मूल्यों का अध्ययन करना |
माध्यमिक स्तर के परिवार में रहने वाली छात्राओं के मूल्यों का अध्ययन करना |
माध्यमिक स्तर के छात्रावास व परिवार में रहनेवाली छात्राओं के मूल्यों का तुलनात्मक अध्ययन करना |
माध्यमिक स्तर के छात्रावास में रहने वाले छात्र-छात्राओं के मूल्यों का तुलनात्मक अध्ययन करना |
माध्यमिक स्तर के परिवार में रहने वाले छात्र-छात्राओं के मूल्यों का तुलनात्मक अध्ययन करना |
माध्यमिक स्तर के छात्रावास व परिवार में रहने वाले छात्रों के मूल्यों के बीच सार्थक अंतर नहीं होगा |
माध्यमिक स्तर के छात्रावास व परिवार में रहने वाली छात्राओं के मूल्यों के बीच सार्थक अंतर नहीं होगा |
माध्यमिक स्तर के छात्रावास में रहने वाले छात्र - छात्राओं के मूल्यों के बीच सार्थक अंतर नहीं होगा |
माध्यमिक स्तर के परिवार में रहने वाले छात्र - छात्राओं के मूल्यों के बीच सार्थक अंतर नहीं होगा |
प्रस्तुत शोध अध्ययन हेतु चुना गया न्यादर्श राजस्थान के जोधपुर शहर का है | माध्यमिक स्तर के छात्रावास में रहने वाले २५ छात्र तथा परिवार में रहने वाले २५ छात्र न्यादर्श के रूप में लिए गए | इसी प्रकार, माध्यमिक स्तर के ही छात्रावास में रहने वाली २५ छात्राओं तथा परिवार में रहने वाली २५ छातरायें न्यादर्श के रूप में लिए गए | अतः राजस्थान के जोधपुर ज़िले में स्थित माध्यमिक स्तर के विद्यालयों से कुल १०० विद्यार्थियों का चयन न्यादर्श के रूप में किया गया |
व्यक्तिगत मूल्य प्रशनावली : उपयोग किया गया उपकरण, प्रमाणीकृत उपकरण है जो कि डॉ. जी. पी. शैरी व डॉ. आर. पी. वर्मा द्वारा निर्मित है |
सर्वेक्षण विधि
मध्यमान , प्रमाप विचलन , टी - परीक्षण
छात्रावास में रहने वाले छात्रों के कुल मूल्य एवं परिवार में रहने वाले छात्रों के कुल मूल्यों के बिच सार्थक अंतर नहीं है |
छात्रावास में रहने वाली छात्राओं के कुल मूल्य एवं परिवार में रहने वाली छात्राओं के कुल मूल्यों के बिच सार्थक अंतर नहीं है |
छात्रावास में रहने वाले छात्रों के कुल मूल्य एवं छात्रावास में रहने वाली छात्राओं के कुल मूल्यों के बिच सार्थक अंतर नहीं है |
परिवार में रहने वाले छात्रों के कुल मूल्य एवं परिवार में रहने वाली छात्राओं के कुल मूल्यों के बीच सार्थक अंतर नहीं है
वर्तमान में अध्ययनरत विद्यार्थियों के मूल्यों के मापन के लिए व्यक्तिगत मूल्य प्रशनावली का उपयोग किया जा सकता है
विद्यार्थियों के मूल्य विकास में आने वाली कठिनाईयों के कारणों का पता लगाकर इन्हे दूर भी किया जा सकता है
इस अध्ययन से पता चलता है कि विद्यार्थियों के मूल्य अच्छे प्रकार के हैं, लेकिन उन्हें और भी बेहतर बनाया जा सकता है
इस अध्ययन के द्वारा विद्यालयों को भी दिशानिर्देश मिलेंगे कि वियालयों में किस तरह का वातावरण विकसित किया जाए जिससे बालक - बालिकाओं में और अच्छे मूल्यों का विकास हो सके
इस अध्ययन के द्वारा विद्यालयों द्वारा संचालित छात्रावासों कि सञ्चालन समिति को भी दिशानिर्देश मिलेंगे कि छात्रावासों में किस प्रकार का वातावरण विकसित किया जाये जिससे बालक - बल्किकाओं में और अच्छे मूल्यों का विकास हो सके
इस अध्ययन के द्वारा परिवार वालो को भी दिशानिर्देश प्राप्त होंगे कि परिवार में किस प्रकार का वातावरण विकसित किया जिससे बालक - बल्किकाओं में और अच्छे मूल्यों का विकास हो सके
Keyword(s): माध्यमिक विद्यालय, विद्यार्थी, परिवार, तुलनात्मक अध्ययन, छात्रावास, मूल्य